कहते हैं कि जब कुछ अच्छा होता है तो चारों तरफ से अच्छी बातें ही होने लगती हैं और जब बुरा होने वाला होता है तो चारो तरफ से बुरी खबरें सुनने को मिलने लगती हैं। क्या सच में जब कुछ बुरा होने वाला होता है तो उसके सिग्नल हमें आस पास के माहौल से मिलने लगते हैं। आज द कर्मा आपको ऐसे ही साइन्स के बारे में बताने जा रहा है जो आपको ये बता सकते हैं कि क्या आप जो कुछ करने जा रहे हैं उसमें आपको हार मिलेगी या जीत ।
महाभारत के युद्ध के पहले ठीक ऐसा ही माहौल था। कौन जीतेगा और कौन हारेगा इसको लेकर चारो तरफ चर्चाएं चल रही थीं। धृतराष्ट्र अपने बेटे दुर्योधन को जीतते देखना चाहते थे। तभी उनके दरबार में महामुनि व्यास जी का आगमन होता है। वो धृतराष्ट्र को कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताते है जो कौरवों की हार को सुनिश्चित करती थी। वे लक्षण आज भी हम देख सकते हैं।क्या युद्ध के पहले ही कौरवों की हार हो गई थी?तो चलिए देखते हैं कि व्यास जी धृतराष्ट्र को किसी भी जंग के शुरु होने के पहले हार के क्या लक्षण सामने आते हैं वो बताते हैं, व्यास कहते हैं कि-
व्यास जी के अनुसार जिस पक्ष के तरफ सूर्य की रोशनी कम आ रही हो उसकी हार निश्चित होती है। दूसरी बात कि जो हारने वाला होता है उसके घरों के आस पास के लोगों का स्वभाव अचानक बदलने लगता है ।
इसके बाद व्यास जी इस श्लोक के जरिए एक बड़ी बात कहते हैं-
गर्भिण्योजातपुत्राश्च जयन्ति विभीषणान् ।
क्रव्यादा: पक्षिभिश्चापि सहाश्नन्ति परस्परम् ।।2
इस श्लोक का अर्थ है कि जहां गर्भवती महिला एक स्वस्थ पुत्र को जन्म ना देकर एक अबनॉर्मल बच्चे को जन्म दे, जो दिखने में आधे मानव औऱ आधे जानवर जैसा हो । यह संकेत भी आपकी हार की ओर इशारा करता है ।
मांस खाने वाले पशु- पक्षी एक साथ एक ही जगह पर खाना खाते दिखे यह भी आपकी हार का संकेत है। मांस खाने वाले पशु पक्षी हार के संकेत हैं – जैसे अगर आपके आस पास आपको चील, गीध , कौवे, सियार, कुत्ते जैसे जानवर और पक्षी बार बार नज़र आने लगे तो आप ये जान लीजिए कि जिस काम के लिए आप घर से निकल रहे हैं उसमें आपको हार मिल सकती है। गर्भवती महिला एक ही साथ चार-चार या पांच-पांच कन्याएं पैदा करें और वहीं कन्याएं पैदा होते ही नाचती गाती और हंसने लगे तो यह संकेत कहीं ना कहीं अशुभ है।एक साथ पांच कन्याओं का जन्म हार का संकेत माना जाता है।
इसके अलावा महाभारत के भीष्म पर्व में व्यास कहते हैं कि अगर आपके घर के आस पास बच्चे खेलते वक्त मिट्टी के घरों को बना कर बार बार उसे तोड़ें और आपस में लड़ाई करने लगें तो ये भी अशुभ संकेत हैं।घरों का टूटना भी हार का संकेत है। ऐसे शकुनों को देख कर किसी भी काम को शुरु करने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसे काम में आपको हार मिल सकती है। इतना ही नहीं अगर आप अपने घर में गाय पालते हैं और वह गर्भवती गाय पेट से बछड़े की जगह अन्य जानवर के बच्चे को जन्म दे तो यह भी बेहद अशुभ संकेत है ।
तो दोस्तों देखा आपने कि कैसे व्यास धृतराष्ट्र को किसी भी जंग या काम के शुरु होने के पहले हार के जो लक्षण सामने आते हैं वो बताते हैं तो इसका मतलब अगर आप भी अपनी जीवन में किसी के साथ कोई भी विवाद को विकराल रूप देने या फिर यूं कहें की उस झगड़े को कोर्ट कचहरी तक पहुंचाने की सोच रहे हैं तो उससे पहले होने वाले संकेतो के बारें में जानें जो हमारे सनातन धर्म में बताये गये हैं।