कुत्ता पालना शुभ है या अशुभ
सनातन धर्म मे हमेशा से ही सभी जीवों की सम्मान की बात कही गई है। हर एक जीव के संरक्षण की बात कही गई है, चाहे वो जीव कितना ही हिसंक हो या साधारण, मानव जाति के साथ साथ प्रकृति ने हर किसी को उतना ही सम्मान और हक से रहने का अधिकार भी दिया।
आज कल हम अपने आस पास देखते है की लोगों को डॉगी पालना बहुत अच्छा लगता है। और वैसे भी आजकल कुत्ते पालना एक शौक बन चुका है। यदि आप भी कुत्ते पालने के बारे मे सोच रहे हैं तो आइडिया बुरा नहीं है। लेकिन कुत्ते पालने के फायदे और नुकसान के बारे मे आपको अवश्य ही जान लेना चाहिए।
भूत भगाता है और मौत से बचाता है डॉगी
कुत्ते भूत भगाते हैं और मौत से बचाते है कुत्ते दरअसल कुत्ते को हिन्दू धर्म में यम का दूत कहा गया है। कुत्ते को हिन्दू देवता भैरव महाराज का सेवक माना जाता है। कुत्ते को भोजन देने से भैरव महाराज प्रसन्न होते हैं और हर तरह के संकटों से वे भक्त की रक्षा करते हैं। मान्यता है कि कुत्ते को प्रसन्न रखने से वह आपके आसपास यमदूत को नहीं भटकने देता है, कुत्ता एक ऐसा प्राणी है, जो भविष्य में होने वाली घटनाओं और ईथर माध्यम (सूक्ष्म जगत) की आत्माओं को देखने की क्षमता रखता है। किस्मत बदल सकता है कुत्ता और कई किलोमीटर दूर तक की गंध सूंघ सकता है। कुत्ते को हिन्दू धर्म में एक रहस्यमय प्राणी माना गया है। कुत्ते को देखकर हर तरह की आत्माएं दूर भागने लगती हैं।
आपके हार्ट को हेल्दी रखता है आपका डॉगी
निगेटिव एनर्जी को कम करता है कुत्ता, अध्ययनों से पता चलता है कि हमारे पास कैनाइन साथी होने से हमारा ब्लड प्रेशर कम होता है और कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है, और ट्राइग्लिसराइड का स्तर भी कम होता है। इसलिए कुत्ते पालना आपके दिल को हेल्दी बनाता है।
एक रिसर्च से पता चला है कि जिन लोगों को दिल का दौरा पड़ा लेकिन वो मौत से बच गए तो उनमें अधिकांश लोगों ने अपने घर में एक कुत्ता जरुर पाल रखा था। तो संभव है कि कुत्ते आपके स्ट्रेस लेवल को कम रखने में सहयोगी होते हैं और दिल के रोगों से लड़ने की क्षमता को भी बढ़ाते हैं।
एक तरह से देखा जाए तो जब आप अपने प्यारे कुत्ते के पास होते हैं तो आपके दिल को एक सकून सा मिलता है और यह कहीं ना कहीं दिल की बिमारियों को दूर करने से जुड़ा हो सकता है ।
आपका ड़ॉगी है आपका डॉक्टर
कुत्ते पालने के फायदे यह भी हैं कि आपका कुत्ता कई गम्भीर बीमारियों का पता लगा सकता है। कुछ कुत्तों को त्वचा, गुर्दे, मूत्राशय और प्रोस्टेट कैंसर को सूँघने का प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अलावा कुछ कुत्तों को दिमाग की चोट और गठिया का पता लगाने का भी प्रशिक्षण दिया जाता है।
अल्जाइमर के रोगियों के उपचार मे भी कुत्ते काफी मददगार होते हैं। हालांकि इन बीमारियों का पता लगाने के लिए आपको विशेष प्रकार से प्रशिक्षित कुत्ते को खरीदना होगा। आम कुत्ते इनका पता नहीं लगा सकते हैं।
निगेटिव एनर्जी को कम करता है कुत्ता
ऐसा माना जाता है कि काला कुत्ता पालने से घर की निगेटिव एनर्जी खत्म हो जाती है। ज्योतिष के अनुसार भी काले रंग का कुत्ता आपके उपर शनि और केतु ग्रह के बुरे प्रभावों को भी दूर कर सकता है। घर के अंदर काला कुत्ता पालने का मतलब है शनि को प्रसन्न रखना। यदि कुत्ते को तेल से चुपड़ी रोटी डाली जाती है तो आपके उपर राहू केतू के नकारात्मक प्रभाव समाप्त हो जाते हैं।
संतान दिलाता है कुत्ता
संतान दिलाता है कुत्ता, कुछ लोग लाखों यत्न करने के बाद भी उनके घर मे संतान पैदा नहीं होती है। ऐसी स्थिति के अंदर उनके लिए कुत्ता पालना फायदे मंद हो सकता है।लाल किताब के अनुसार सफेद और काला रंग का कुत्ता पालने से संतान सुख प्राप्त होता है।
किस्मत बदल सकता है कुत्ता
शास्त्रों के अनुसार यदि आप 22 नाखूनों की वाले कुत्ते को पालते हैं तो यह आपकी किस्मत को बदल सकता है। दोस्तों ऐसा माना जाता है कि ऐसा कुत्ता केतु का रूप माना जाता है। इस कुत्ते को पालने से आपका रूका हुआ धन वापस आ सकता है और पैसों की बरसात हो सकती है। इसके अलावा बिजनेस के अंदर भी तरकी मिल सकती है।मतलब कुत्ता आपके घर की आर्थिक परेशानी को दूर कर सकता है।इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि कुत्ता पालने से घर के अंदर लक्ष्मी आती है। यदि कोई डाँगी जाते हुए व्यक्ति के साथ बाईं ओर चलता है तो उसे सुंदर स्त्री मिलती है।
सनातन धर्म ग्रथों में कुत्ते के संरक्षण की बात कही गई है ,उसे भोजन देने को कहा गया है, घर की रोज की एक रोटी पे कुत्ते का अधिकार बताया गया है, इस पशु को कभी प्रताड़ित नही करना चाहिए।